Panjatan Pak

Tuesday 4 June 2013

क्या हम कुछ सीख सकते है इस वाकिए से???

एक मर्तबा मस्जिदे नबवी मे खाना तक़सीम हो रहा था...एक शक्स ने दो आदमियो का खाना मांगा..।
जब उससे सुवाल किया गया की दो आदमियो का खाना क्यू ??? तो उसने कहा की एक मेरे लिए और एक उस शक्स के लिए जो कोने मे बेठा सुखी रोटी पानी मे डुबो कर खा रहा है...इस पर उससे पूछा गया की तुम उन्हे जानते हो?? उस ने कहा नही...उसी का दिया हुआ तो हम तक़सीम कर रहे है..उस शक्स ने पूछा कौन है वो ???
जवाब मिला:- वो हमारे खलीफा हज़रते अबु बक़र सिद्दिक रदीयल्लाहु तआला अनहु है....सुबहानअल्लाह ऐसे होते है खलीफा...। # याद रहे की हज़रते अबु बक़र सिद्दिक रदीयल्लाहु तआला अनहु मर्दो मे सबसे पहले इस्लाम कुबूल करने वाले इंसान थे.....

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